असली स्वतंत्रता क्या है
आज समाज में अनेक प्रकार की बुराइयां से जकड़ा हुआ है फिर असली स्वतंत्रता क्या है जिससे आप को मनुष्य अपनेे आप को स्वतंत्र कहता है जबकि मनुष्य दहेज
नशा जैसी बुराई से जकड़ा हुआ है जब तक मनुष्य इन बुराइयों से दूर नहीं हो सकता तब तक वह अध्यात्मिक दृष्टि से भी स्वतंत्र नहीं हो सकता
आज मनुष्य पूर्ण रूप से स्वतंत्र है अपनी बुद्धि से मन से विचार से कार्य करता है और भारतीय संविधान में मनुष्य को सभी प्रकार की स्वतंत्रता प्रदान की गई है लेकिन मनुष्य आध्यात्मिकता से भी तभी स्वतंत्र होता हैं जब वह 8400000 योनियों से छुटकारा मिल जाए और 8400000 योनियों से छुटकारा सत भक्ति से ही मिल सकता है जो पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज के पास संत रामपाल जी महाराज के बताए अनुसार सत साधना करने से मनुष्य जन्म मरण से छुटकारा प्राप्त करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर लेता है और काल के बंधनों से स्वतंत्र हो जाता है जब तक हम काल के बंधनों में हैं तब तक हम मोक्ष प्राप्त नहीं कर सकते
पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सत भक्ति करने से मनुष्य काल के बंधनों से पूर्णता मुक्त हो जाता है उसे हम असली स्वतंत्रता कह सकते हैं
असली स्वतंत्रता क्या है
मनुष्य सभी बुराइयों को त्याग कर जैसे नशा, दहेज प्रथा, चोरी, बेईमानी,से दूर होकर संत रामपाल जी महाराज के अनुसार बताएं सत भक्ति करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर लेता है तब ही मनुष्य पूर्ण रूप से स्वतंत्र हो सकता है और असली स्वतंत्रता वही है
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