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Wednesday 17 May 2023

Who is kaal

Who is kaal 


 काल भगवान कौन है


Kaal Bhagwan kon h






Who is kaal

 काल कौन है



      यह केवल 21 ब्रह्मांड का स्वामी है यह ब्रह्मा विष्णु महेश   के पूज्य  पिता है इसे क्षर पुरुष ज्योति निरंजन भी कहते हैं
  अर्जुन को महाभारत के युद्ध में गीता का उपदेश भी काल ने ही दिया था यह श्री कृष्ण में प्रवेश करके बोल रहा था गीता के 11 अध्याय के 32 श्लोक में खुद कहता है कि मैं काल हूं और सब का विनाश करने के लिए अब प्रवृत्त हुआ हूं यह काल भगवान जब जब धर्म की हानि होती है पृथ्वी पर पाप बढ़ता है तब तब  अवतार लेता है
Who is kaal




काल की उत्पत्ति




सर्वप्रथम पूर्ण परमात्मा कुल के मालिक एक थे उन्होंने अपनी शब्द शक्ति से सर्वप्रथम 16 दीपों की उत्पत्ति करी फिर 16 शब्दों से 16 पुत्रों की उत्पत्ति की और एक मानसरोवर की रचना की परमात्मा ने अपने पुत्र अचिंत को सतलोक की संरचना करने की  शक्ति प्रदान की तब अचिंत ने अपनी शब्द शक्ति से अक्षर पुरुष की उत्पत्ति की और कहा कि मेरी मदद करो तब अक्षर पुरुष मानसरोवर में स्नान करने गए और आनंद आया और वही सो गए लंबे समय तक बाहर नहीं आए तब अचिंत ने पूर्ण परमात्मा से अक्षर पुरुष को जगाने की प्रार्थना की पूर्ण परमात्मा ने उसी सरोवर के जल को लेकर एक अंडा बनाया उसमें एक आत्मा प्रवेश की और उसे मानसरोवर में छोड़ा अंडा अपनी गड़गड़ाहट से अक्षर पुरुष की निद्रा भंग हुई तब अक्षर पुरुष ने अंडे को क्रोध से देखा और अंडा दो भाग में फट गया उसने से ज्योति निरंजन निकला जो आगे चलकर काल कहलाया इसका वास्तविक नाम कैल है तब परमात्मा ने आकाशवाणी की कि आप दोनों बाहर आओ और अचिंत्य दीप  में रहो परमात्मा की आज्ञा पाकर दोनों अचिंत के दीप में रहने लगे पूर्ण परमात्मा कबीर्देव  ने सर्वे रचनाएं स्वम की


आत्माएं काल के जाल में कैसे फंसी

                              

ज्योति निरंजन के मन में कुछ खरपतवार पैदा हुई की हम तीनो एक दीप में रहते हैं और बाकी सब अलग-अलग एक दीप में रहते हैं मैं भी क्यों ना अलग दीप में रहूं इसके लिए ज्योति निरंजन काल ने 70 युग तक तप किया परमात्मा ने कहा कि बेटा क्या चाहते हो ज्योति निरंजन ने कहा मुझे भी कुछ अलग से स्थान चाहिए तब परमात्मा ने उसे 21 ब्रह्मांड दिए हैं इतना पाकर फिर से तप करने लगा और बाद में परमात्मा बोले कि मैंने तुझे दे दिया है जो मांगा अब क्या चाहता है उसने कहा परमात्मा इसमें कुछ करने के लिए कुछ कंट्रक्शन चाहिए अब परमात्मा ने उसे 5 तत्व और 3 गुण दे दिए इतना पाकर भी खुश नहीं था उसने फिर तप करना शुरू कर दिया 64 युग तक करता रहा फिर परमात्मा जानते थे यह क्या चाहता है परमात्मा बोले बेटा मैंने जो तुझे तुमने मांगा वह सब दे दिया अब आप क्यों परेशान हो रहे हो अब आप क्या चाहते हो काल बोला मुझे कुछ आत्माएं दे दो वहां मेरे अकेले का मन नहीं लगेगा परमात्मा ने कहा हम आत्माएं तुझे किसी भी हाल में नहीं दे सकता  और अगर अपनी इच्छा से कोई आत्मा जाना चाहती है तो जा सकती है फिर काल आत्माओं के पास जाकर उन्हें मीठी मीठी बातें करने लगा कि मैंने परमात्मा से 21 ब्रह्मांड के लिए हैं उनमें बहुत अच्छी-अच्छी चीजें  बनाऊंगा पहाड़ बनाऊंगा खेलने के लिए मैदान बनाऊंगा  आप में से कौन-कौन मेरे साथ चलना चाहता है तो उस समय हमने काल के सामने जबान कर ली कि हम सब चलेंगे अब काल भगवान परमात्मा से बोला कि मालिक कुछ आत्माएं मेरे साथ जाना चाहती हैं परमात्मा बोले ऐसे नहीं मेरे सामने लाकर स्वीकृति दिलाओ परमात्मा बोले आपने से कौन-कौन काल के साथ जाना चाहता है  एक बार हम परमात्मा के सामने हमारी हिम्मत नहीं हुई हम डर गए लेकिन पीछे से एक आत्मा ने ऊपर हाथ खड़ा कर दिया कि मैं जाना चाहता हूं फिर देखा देखी हम सब ने हाथ खड़ा कर दिया परमात्मा बोले ठीक हैं काल को बोले आप जा सकते हो मैं आत्माओं को आपके  पास भेज दूंगा  परमात्मा ने जो आत्मा सबसे पहले हाथ पर किया था  हम सभी आत्माओं के उसमें प्रवेश कराकर काल के लोक में भेज दिया और उस आत्मा को शब्द शक्ति प्रदान करदी कि आप कॉल चाहे जितने जीव उत्पन्न कर देना  और काल के लोक में भेज दिया यह काल 21 ब्रह्मांड का मालिक है  जो 100000 मनुष्य प्रतिदिन खाता है और सवा लाख पैदा करता है इससे यह श्राप लगा हुआ  है










कॉल को श्राप क्यों लगा ?




     श्री काल ने तप के बदले परमात्मा से कुछ आत्माएं मांगी परमात्मा ने कहा कि मैं अपनी आत्मा नहीं दूंगा अगर कोई आत्मा इच्छा से आपके साथ जाना चाहती है तो वह जा सकती है तब कुछ आत्माएं काल के साथ जाने के लिए परमात्मा को स्वीकृति देने लगी उनमें से जो सबसे पहले स्वीकृति दी थी परमात्मा ने उस आत्मा में सभी आत्माओं को प्रवेश करके काल के लोक में भेज दिया कि आप के पास शब्द की शक्ति से काल को जितने जी चाहे उत्पन्न कर देना

 परमात्मा ने उस आत्मा को नारी रूप दिया था जो आदि शक्ति भवानी प्रकृति देवी मां दुर्गा शेरावाली के नाम से जानी जाती है  लेकिन उस आत्मा को  प्रजनन इंद्री नहीं लगाई थी 
शब्द शक्ति प्रदान की थी कि आप जाओ और काल चाहे जितना जीव उत्पन्न कर देना शब्द से पर नारी रूप अति सुंदर देखकर काल ने उसके साथ गलत व्यवहार करना शुरू किया और अपने नाखून से चीर  मारकर प्रजनन इंद्री बनाई और जबरदस्ती भोग विलास करने लगा तब उस आत्मा ने सूक्ष्म रूप बनाकर काल के मुख में से पेट में प्रवेश कर गया और परमात्मा से प्रार्थना की है परमात्मा मुझे बाहर निकालो तब परमात्मा वहां प्रकट हुए और उस आत्मा को पेट से बाहर निकाल कर श्राप दे दिया कि आज से आप एक लाख मनुष्य प्राणी का नित्य आहार करोगे और सवा लाख पैदा करे और ऐसा कहते हुए सतलोक से निष्कासित कर दिया जो 16 संख कोस दूर भेज दिया परमात्मा के
 इसी कारण वह काल एक लाख मनुष्य प्रतिदिन पैदा करता है और सवा लाख खाता है वह अपने स्वार्थ के लिए हमें मनुष्य जन्म देता है अगर उसे मनुष्य खाने का शराब नहीं लगा होता तो वह हमें इंसान जन्म ने देकर गधा घोड़ा ही बना कर हम आत्माओं के साथ खेलता 
काल भगवान एक लाख मनुष्य खाता है सवा लाख पैदा करता है


कैसा है काल भगवान 

काल भगवान का असली रूप ⤵️





ब्रह्मा विष्णु महेश की उत्पत्ति?


उसके बाद कॉल और शेरावाली दुर्गा अष्टांग नी दोनों 21 ब्रह्मांड में सबसे ऊपर के लोक में रहने लगे रहने लगे  तब काल के मन में यहइच्छा प्रकट हुई कि यहां पर कुछ सृष्टि रचना करनी चाहिए इसलिए  काल ने अपनी पत्नी दुर्गा 

अष्टांगनी के साथ पति पत्नी व्यवहार करते हुए तीन क्षेत्रों में  3 पुत्रों की ब्रह्मा विष्णु महेश को उत्पन्न किया और तीनों को उत्पत्ति सथीती और संहार का कार्य सौंप दिया   आप गुप्त स्थान पर रहने लगेे और किसी को भी दर्शन नहीं देने की प्रतिज्ञा ली क्योंकि इसको एक लाख पानी निहार करने का श्राप लगा हुआ है यह अपने पुत्र ब्रह्मा विष्णु महेश और इंद्र  आदि देवताओं को भी  नहीं छोड़ता है उनको भी अपना ग्रास बना लेता है। इसलिए ब्रह्मा विष्णु महेश जी अजर अमर नहीं है

Shiv maha kaal


  इसके प्रमाण के लिए देखे वीडियो

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Who is kaal

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